Disa Nirdesh
दिशा-निर्देश का पालन करें

दिशा-निर्देश

1.

  • दवा दिये गये निर्देश के अनुसार नियत समय पर ही लें।
  • ईलाज के दौरान किसी प्रकार की समस्या या परेशानीयाँ महसूस हो तोआकर मिले या सम्पर्क नम्बर पर सम्पर्क कर दिशा निर्देश प्राप्त करे, तुरंत समाधान निकलेगा।
  • दवा लेने के बाद यदि कोई नई परेशानी महसूस हो या वर्तमान बीमारी मे सुधार का अनुमान नही लगे या बीमारी बढ़ा महसुस हो तो आकर मिले तुरंत समाधान हो जायेगा।
  • दवा को तेज रोशोनी, नमी, उच्च तापक्रम वाले स्थान या विकिरण वाले जगह पर न रखें।
  • दवा को साफ सुरक्षित जगह पर सीधा खड़ा रखें तथा सही से कवर को लगाये।
  • दवा को हथेली या किसी अन्य वस्तु के सम्पर्क के सहारे नहीं ले यथा बतलाये गये बिधी का ही प्रयोग करे जिससे की दवा गुणता बनी रहे।
  • दवा के लिए साफ किये हुए वर्तन के साथ हमेशा ताजे एवं साफ पानी का ही प्रयोग करें।
  • बीमारी के संवंध मे किसी प्रकर की आशंका रहने या होने पर बेहिचक बतलाये समाधान होगा।
  • घबड़ाहट में या किसी थोथी अनुभव वाले व्यक्ति के दबाव मे आकर कोई अनुपयुक्त निर्णय न लें, मिलकर समझ लें फिर आपने निर्णय पर आगे जाये।
  • दवा को उसके पुर्ण अवधि यानी फुल कोर्श तक जरुर उपयोग करें। जिससे की बीमारी समूल नष्ट हो जाये तथा दुबारा आने की संभावना ही नही रहे।
  • त्वचा संबंधी बीमारी मे दवा लेने के बाद कभी – कभी त्वचा के अंदर छिपी बीमारी बाहर निकल जाता है जिससे घबड़ाहट होती है, जबकी यह बीमारी के पुर्ण स्वरुप मे आने के बाद जड़ मूल से ठीक होने का संकेत होता है। यदि ऐसा है तो सम्पर्क करके समझ लें। समस्या का पुर्ण निदान तो होगा ही। इसमे हमारा विश्वास अटल है।
  • दवा को बच्चों के पहुंच से दुर रखें तथा निर्धारीत की गई मात्रा को समय से स्वयं बच्चों को दें।
  • यदि बीमारी संबंधी कोई बात बिस्मरण वश बतलाना शेष रह गया हो तो उसे अगली बार मिलने पर अवश्य बतलायें जिससे की स्पष्टता मे निखार आये और परिणाम मे तेजी बनी रहे।
  • दवा बिवरणिका को सुरक्षित रखें एवं साथ लावें।
  • प्रत्येक दवा हमारे गहन क्लिनिकल परिक्षण एवं अनुभव के आधार पर ही दी जाती है।
  • मानव शरीर के उत्प्रेरक जैसे तम्बाकू, बिड़ी, सिगरेट, शराब, जर्दा, गुटका, पान मशाला, सुगंधीत वस्तु इत्यादि दवा खाने के ½ घंटा पहले या बाद तक न लें। स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले इन कारको का उपयोग करना छोड़ दें तो अच्छा है। please turn over
  • भोजन में सुपाच्य एवं संतुलित आहार नियमित रुप से नियत समय पर ही लें। प्रयाप्त पानी पीयें।
  • रात मे खाना खाने के बाद मोबाईल फोन का उपयेग न करें इसका उपयोग आपके सामान्य निंद्रा मे व्यावधान उत्पन्न कर सकता है जिससे स्वस्थ्य समस्या हो सकती है।
  • साफ सफाई का पुरा ख्याल रखें। अपने अंदर गारमेंन्टस को घूप मे ही सुखायें जिससे की यह रोगाणु मुक्त हो सके।
  • प्याज और लहसुन सब्जी के साथ खा सकते है, लेकिन सलाद या कच्चा के रुप में नियमित रुप से न लें, यह गंध युक्त भोज्य पदार्थ है।
  • कुछ खास तरह के बीमारी मे बिशेष रुप से संयमित रहने की आवश्यकता पड़ सकती है जैसे एलर्जी, संक्रामक बीमारीयाँ इत्यादि।
  • अत्यधिक खट्टा या मीठा लगातार खाना स्वास्थ्य के लिये हानिकारक हो सकता है।
  • किसी प्रकार की बीमारी के संबंध मे शंका निवारण के लिये परामर्श हेतु सम्पर्क करें ततपश्चात दवा का उपयोग करें।
  • बीमारी मे अपेक्षित सुधार नहीं होने पर दवा रहने के बावजूद मिलें जिससे की सुधार मे गती हो।
  • दवा लेने के पॉचवें दिन अपनी बीमारी मे सुधार के बारे मे जरुर बतलायें तथा दिशा निर्देश का पालन करें जिससे की शरीर के प्रतिक्रिया को समझा जा सके।
    • सुबह खाली पेट तथा शाम को भोजन के 4 धंटे के बाद उपयुक्त व्यायाम या योगासन को नियमित रुप से शारीरिक क्षमता के अनुसार करे जिससे की कार्य उर्जा का संचालन बना रहे।
    • स्त्रि एवं पुरूष के वैवाहिक जीवन मे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी हर छो़टी बडी समस्या का निदान होने से सुखद आनन्दिक उल्लासपुर्ण जीवन का योग बना रहता है। गोपनियता बनी रहेगी मिलें।
    • आजकल के जीवन मे विवाह पुर्व संबंध के बाद होने वाले मानसिक तथा शारीरिक जटिल समस्या का समुचित समाधान होने से सामान्य जीवन के आनन्द का योग बना रहता है मिलें।
    • निःसंतान दम्पति को भी संतान सुख यहां से ईलाज के बाद मिलता रहा है।
    • समान्यतया लोग छोटी -२ समस्या का ततकालिक हल निकालकर समय के साथ आगे निकल जाते है, लेकिन यह समस्या आगे चलकर बड़ा रुप ले लेता है, तथा जटिल बीमारी के रुप में सामने आ जाता है। हमारे यहाँ पूर्ण स्वास्थ्य की जाँच की व्यावस्था है, जिसके तहत आपके भविष्य के सम्भावनाओ के प्रति दिशा- निर्देश दिये जाते है। हमारे अनुभव से यह ज्ञात हुआ है, कि लोग इससे बेहतर स्वास्थ्य का अनुभव कर रहे है।
  • आप अपने इलाज से संबंधित जांच के रिपोर्ट को सुरक्षित रखे जिससे की भविश्य में होने वाले इलाज के समय इसकी व्याख्या की जा सके। हमारे यहाँ आपके इलाज का रिकर्ड रखा जाता है, जिससे आपको वेहतर स्वास्थ्य की अपेक्षा पुरी होती है।                                 please turn over
    • जॉच निश्चित किये गये स्थान से ही कराकर दिखावें जिससे की इसकी प्रमाणित सुनिश्चित रहे। ये आपकी बीमारी की अंतरीक जटीलता का चित्रण प्रस्तुत करता है।
    • आपातकालिन स्थिति के समय स्थानिय चिकित्सक या पीएचसी सेंटर या जीवन रक्षक ईलाज का उपयोग करें। ततपश्चात सम्पर्क करें।
    • आपका बिश्वास आपके बिमारी की सबसे बड़ी दवा है। इसे बनाये रखने के लिए हम सतत प्रयासरत रहते है। आपका सहयोग सराहनीय रहा है।
    • मेरा उदेश्य आपके स्वास्थ्य एवं बुद्धिमत्ता युक्त जीवन को उच्च स्तर पर बनाये रखना रहता है जिससे की अपका पुर्ण कल्याण संभव हो सके। समय से समुचित बिकाश सुनिश्चित हो।
    • सम्पन्नता के साथ, तनावमुक्त, स्वास्थ्य, सुव्यवस्थित, उल्लासित एवं मनोयोग जीवन पद्घति से जीवन जीने के लिए हमारे यहाँ से नियमित स्वास्थ्य परामर्श लेते रहे।
    • हमारे उदेश्य मे आपका व्यवहार पुर्ण सहयोग अपेक्षित है, जिससे की माहौल की अनुकुलता बनी रहे।
    • हमेशा होमियोपैथिक दवा का ही प्रयोग करें। इसमे प्राकृतिक औषधी के गुण बिधमान होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिये बिशेष रुप से लाभदायक है।

  प्रयोजनः-

  • किसी भी पैथी से ईलाज का नया या पुराना पुर्जा हो साथ लावें उसका अध्ययण किया जाता है।
  • सम्पर्क की सुबिधा :- मोवाईल कॉल, इमेल, व्हाटसेप तथा ऑनलाइन के द्वारा।
  • कुरिअर के द्वारा भी दवा भेजने की भी व्यावस्था उपलब्ध है। हमारे वेवसाईट पर जाये।
  • विश्वसनीय, सफल एवं समयबद्ध इलाज से हमारे उत्साह मे उतरोत्तर बिकाश हुआ है।
  • होमियोपैथिक चिकित्सा सेवा अनवरत 110 साल से जारी है। हम सेवा के तीसरी पिढ़ी मे आपके सामने है। अनुभवी चिकित्सक का सानीध्य जो मुझे मिला है, उससे बिश्वास के साथ रोगमुक्त करने के कारण कार्य उत्साह बना रहता है।
  • बीमारी को बिश्वास के साथ पुर्ण रुप से ठीक करने के लिए हमारे द्वारा किये गये शोध का लाभ रोगी को मिलता रहा है। जिससे लोगो मे बिश्वास और आनन्द दोनो बढ़ा है।

 क्लिनिक स्थल:- बिहार शिक्षक ट्रेणिंग स्कूल महेंन्र्दू (SCRT) के सामने वाली गली मे यानी मुहम्मदपुर लेन मे आगे गौतम बुद्ध स्कुल के सामने,  पटना- 6.            हम आपके शुभ दिन की मंगलकामना करते है

      -: बिशेष जानकारी के लिए सम्पर्क करें :-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सुबिधा

February 27, 2015

Disease cure

August 9, 2015