Purn Swasth Janch
पुर्ण स्वास्थ्य जॉच

पुर्ण स्वास्थ्य जॉच   

भौतिक सुख को प्राप्त करने के साथ उल्लासित और उमंगता के स्तर तक पहुँचकर स्वयं को स्थापित करने के लिए शरीर को स्वस्थ्य रखना जरुरी होता है। वातावरण के साथ लगातार हमारे शरीर को व्यवस्थित करना होता है जिसके कारण कभी कभी शरीर मे बिषमता भी देखने को मिल जाता है। यह शरीरिक बिषमता छोटे स्तर पर होता है जिससे की इसका स्वयं ठीक हो जाना माना जाता है। लेकिन हमारे जानकारी के अभाव के कारण कभी कभी यह बड़ा होकर परेशानी का रुप ले लेता है। सामान्य से जटीलता के तरफ बढ़ने के बाद इसके ईलाज मे समय तो लगता ही है हमारी मानसिक तनाव को भी बढ़ा देता है। आजकल के बहुआयामी जीवन तथा भोगवादी समाज के व्यवस्था के कारण समाज की व्यवस्था एकाकी स्तर पर पहुँचता जा रहा है। जहाँ पर लोग स्वयं के प्रती निष्ठावान रहते हुए जीवन यापन कर रहा है। यही से उसे एक सलाहकार की जरुरत होती है जो उन्नत जानकारी के साथ उसके जीवन आनन्द को बनाये रखे। इस स्तर की सोच के लोगो की संख्या लगातार बढ़ रहा है। यही से पुर्ण स्वास्थ्य की जॉच की बिचार का स्थापना होता है।

यह जरुरी नही है कि आपको लगातार भारी भरकम जांच के दायरे मे रखकर आपका मार्गदर्शन किया जाय। होमियो पैथिक चिकित्सा व्यवस्था के तहत शरीर मे उत्पन्न होने वाले कीसी भी बीमारी का प्रकटीकरण पहले लक्षण के रुप मे मानसिक स्तर पर होता है। इस स्तर की सामान्य जानकारी भलेही बीमारी के स्तर की नही हो लेकिन स्वास्थ्य के देखभाल के लिए बेहद जरुरी होता है। जिसको समझ कर शरीर मे होने वाले कीसी भी खतरे को दुर किया जा सकता है। इसके लिए लगातार होने वाले परिक्षण का डा़टा को सुरक्षित रखा जाता है तथा समय समय पर उसका बिश्लेषण के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

हमने वहुत सारे लोगो को इस तरह से काफी लाभ पहुँचाया है। नियमित परामर्ष लेकर कई प्रकार के जटील रोगो से लोगो को छुटकारा मिला है। आप भी अपना पंजीकरण कराकर नियमित जॉच की सेवा ले सकते है। जिससे की आपके जीवन मे होने वाली बिषमता से छुटकारा मिलेगा।

सुगर के स्तर का बढ़ना, उच्च रक्त चॉप का होना, अच्छी खानपान के बादजुद कमजोर होना, थाईरोआईड्स का शिकायत रहना, तनाव का रहना, गुस्से की प्रबृती का बना रहना आदी शिकायत समाज मे तेजी से फैलने लगा है।

सुख के साधन की बात करे तो बैबाहिक सम्बन्ध मे मधुरता को समय के साथ बढ़ाना चुनौती पुर्ण होता जा रहा है। इसके कई कारण है जिसमे एक प्रमुख कारण तुलनात्मक जीवनशैली है। यह तनाव को जन्म देता है। तनाव के दुर करने के लिए साधन की आवश्यकता होती है और साधन के लिए शक्ति की जरुरत होती है। शक्ति का समायोजन सभी मे एक जैसा नही होता है इसलिए तनाव बनना शुरु हो जाता है। यह तनाव ही बैबाहिक जीवन की मधुरता को कम कर देता है। इस तरह की समस्या को चुनौती और समाधान के रुप मे लेकर समझा जा सकता है जिसके बाद कार्य समायोजन होगा और आपका बैबाहिक समबन्ध की मधुरता बढ़ने लगेगी। कई प्रकार के गुप्त रोग भी है जो सुख मे बाधा बनते है लेकिन हमे इसके इलाज के लायक की जानकारी ही नही है। इस तरह की समस्या की भी समाधान किया जा रहा है। आप शंका समाधान या परामर्ष के लिए भी मिल सकते है। आपके बिचार को गुप्त रखा जायेगा।

अपने शरीर को स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए आहार-विहार का तो ख्याल रखना ही परता है, बल्कि समय के साथ होन वाले वदलाव पर भी ध्यान रखना परता है। हमारा शरीर प्राकृतिक मे होने बाले बदलाव के अनुरूप यदि ढ़ल नही पाता है,तो वह विमार हो जाता है। समान्यतया होने वाले इस बदलाव से हमारे शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने के लिए समय-समय पर पुर्ण स्वास्थय की जॉच आवश्यक होता है।

पूर्ण शारीरीक जाँच एक ऐसी व्यवस्था है जिसके साथ हमेे हमारी बीमारी का सही और समुचीत सामाधान मिलता है। स्वास्थ्य के प्रती हमारी चिंता कम हो जाती है। समय के साथ होनेवाली बीमारी का सही हल निकालने मे मदद मिलती है। बार-बार होनेवाली बीमारी का सही समाधान मिलना मुमकिन हो जाता है। कुछ बीमारीयों के प्रकार को समझा जा सकता है जो निम्नलिखित हैः-

  • अनुवांशिक सम्वन्धी बिमारीयाँ
  • बृृद्धा अवस्था मे होने वाली बीमारीयाँ
  • आकस्मिक बीमारी की जटीलता
  • सामान्य सरदर्द का होना।
  • तनाव का बना रहना
  • शारीरिक सम्बन्ध संबन्धी बिमारीयाँ

अनुवंशिक  सम्बन्धी बिमारियाँः-

यदी व्यक्ति के खून के रिस्ते मे किसी को आसाध्य रोग की सिकायत है तो फिर उसके अगले पिढ़ी मे होने की संभावना बनी रहती है। समय से इसका पता चलने पर  इसको ठिक होने की संभावना अधिक रहती है। रोगी की पुर्ण स्वास्थ्य की व्याख्या करते समय इस बात की जानकारी को ध्याण मे रखकर इलाज किया जाता है। होमियोपैथिक चिकित्सा मे सभी प्रकार के बिमारी के इलाज की सुबिधा है जबकि इसका पता सही समय से होना जरुरी होता है जिससे की सार्थक कदम उठाकर इसका निराकरण किया जा सके।

बृद्धा अवस्था मे होने वाली विमारियाँः-

बृद्धा अवस्था मे खान-पान का सही से ख्याल रखने के साथ ही होने वाली बीमारी का भी ध्यान रखना होता है। समय के साथ स्वास्थ्य का लगातार गिरने के कारण स्वास्थ्य मे कई तरह की बिसंगतियाँ आने लगती है। लगातार रोगी के डाटा के संकलन को समायोजीत करके उसका सही से व्याख्या तथा उसका ईलाज के कारण स्वास्थ्य सही बना रहता है।

आकस्मिक बिमारी की जटिलताः-

कभी-कभी समय के सही प्रबंधन होने के कारण कई प्रकार की बिमारी का सामना करना पड़ता है। शुरुआत मे होने वाले सधारण बिमारी का सही से ख्याल नही रखने के कारण जटिल बिमारी का सामना करना पड़ता है। सही समय से जाँच तथा डाटा का बिश्लेषन के उपरांत बिमारी का उपचार आसान हो जाता है।

सतत कमजोर होनाः-

सतत कमजोर होने का कारण शरिर के वजन मे कमी होने लगती है। बच्चो मे उसकी सही बृद्धि नही हो पाती है। समय से बिमारी के पता चलने के कारण बच्चे का शारीरिक तथा मानसिक बिकाश सही से होता है। कुछ ऐसे तत्व है जिसको समय से शरीर को मिलना चाहिए नही मिलने के कारण शरीर मे उसकी कमी हो जाती है जिससे की बीमारी का सामना करना परता है। ध्याण देकर समय से ईलाज कराने से इससे निजात पाया जा सकता है।

डाटा संकलन

समय – समय पर होने वाली जाँच सिर्फ हमे विमारी के वारे मे उस समय की स्थिति की जानकारी प्रदान करता हैैै। जवकी नियमित समय पर होने वाली लगातार जाँच पुरे शारीरीक प्रक्रम की जानकारी प्रदान करता है। हमारे यहाँ समय-समय पर होने वाली जाँच का डाटा संकलन किया जाता है, तथा उपयोगी परामर्श देने के साथ इसका इलाज भी किया जाता है।

उदहरण – 1.

सुबोध की उम्र 40 वर्ष है। वह लगातार तनाव मे रहता था। तुनकमीजाजी होने के कारण लोग उनसे बाते करने से कतराने लगे थे। कामकाज भी सही तरह से नही कर रहा था। जाँच के बाद पता चला की उसका रक्तचाप (वी.पी.) सामान्य से ज्यादा है। नियमित जाँच के बाद उनको दवा दी गई और सही परामर्श भी। कई साल गुजर गये लेकिन उनका रक्तचाप उनके अपने नियंत्रन मे है। उनका आज भी नियमित जाँच जारी है जिसका लाभ उन्हे मिल रहा है। उन्हे एलोपैथीक की तरह लागातार दवाई भी नही लेनी पड़ती है। इसका लाभ उन्होने मिल रहा है। उन्होने अपनी जानकारी से कई लोगो को फायदा पहुचाया है।

कई लोगो को तो पता ही नही चलता है कि उसके साथ क्या हो रहा है। सही जानकारी और सही समय आपके जीवन को ज्योतीमय बना देगा अन्यथा आप अनावश्यक काल के शिकार हो जायेंगे।   

रक्त चॉप की नियमित जॉच उपयोगी एवं जरुरीः-

BP check up बी पी जॉच
बी पी जॉच

उम्र के साथ होने वाली बीमारी को प्राथमिकता के कारण बी. पी. का जॉच आवश्यक होता है। आजकल खानपान के बदलाव के कारण यह समस्या उत्पन्न हुआ है। इस बीमारी के शुरूआत मे पता चल जाने के बाद इसका पुर्ण ईलाज सम्भव हो जाता है। कई बीमार लोग इस ईलाज का फायदा उठाकर स्वस्थ्य जीवन का आनन्द उठा रहें है। होमियोपैथिक विधि इसमे आति लाभकारी है। 

Facility of check up
बिमारी के जॉच की व्यवस्था

बिमारी के इलाज के लिए सभी प्रकार की जानकारी को साथ रखें जैसे पुराना पुर्जा, कोई एलर्जी की समस्या. किसी प्रकार की दावा का धातक प्रभाव का होना, नियमित रुप से लिया जाने वाला दवा, आपके आदत जो आपके जीवन का जरुरी भाग बन गया है, अनुवांशिक बीमारीयाँ, इत्यादी।

आपको बतलाये गये सभी जरुरी उपाय को करने के साथ समये से दवा लें। आपके किसी भी प्रकार के बीमारी मे आपको पुरा लाभ मिलेगा।

updated on 25/12/19

Our body has complex mechanism which is autonomous in nature. Their all action are maintained in natural state of living. In natural state interaction with body harmony may derange or maintained depend upon either adverse situation or favourable situation facing. In present time our food habit may play a important role to maintained normal hormone level. Any derange situation with body after interaction is treatable and make influence on mental state of person. That can be observable depend upon persons receiving capacity of this state. We cannot completely controlled natural state of our neighbourhood. We can maintained our derange health with proper care. This proper care is analysed in experienced mind. This is better with regular data input. This is better with regular checkup. 

Our body have good information system for alerting about derange health or coming disease. This is happened in mental symptom of derange of coming disease. By regular checkup we can easily solved this situation. A proper guideline is required for being happy in entire situation facing. Problem may be state with psychological level and then to physical level and our happiness will vanished slowly. This is easily treatable with healthy thought with expert. This will achieved with this checkup. In  physical state derange our mental feelings is changed. In many situation we may feel anger, tension, suicidal tendency, unwell feeling. This can be easily treatable this situation in early state with counselling of situation. Further this unsolved condition causes physical changing and we make seek with making reactive about sound , noise, alone feeling, and slowly to deep problem. This is easily treatable with starting of disease with this problem.

Easy to faces:-

  • Idea about coming problem
  • Aware for coming adverse situation
  • Facing serious problem
  • Maximum protection about health
  • Less tension
  • Maintained happiness
  • Healthy mind
  • Diet and regimen guideline
  • Social justice
  • Harmony life

Updated – 2/10/2019

Total health check up gives idea about coming problem in rest of life span. We are aware for coming situation and are ready to face it. Maximum precaution is maintained for getting better result. I find it that no more serious problem is facing in rest life. Easy to solve health problem if faces. Any defect is determined in body in earlier time and treated with accordingly. 

Regular scheduled check up with total health check up give maximum protection about infection. Better happy life is going on. You can faces less tension due to your toleration capacity is comparatively high in comparative to other  person which is not in this process. 

Our body is a complex mechanism that has maintain all the event and flushes outwardly affect on as a personal feeling. This is the starting point of disease. This is called disease in mental plane. Many persons takes it as easy solution matter but it grow and make more complex with other events. Slowly we faces complex disease in our body. Ultimately when we faces problem in my social life function we go for treatment where more dangerous events are treated and other remains same. In homoeopathic treatment we calculate all events and associate with each other and make full treatment. In this manner we make total health check up.

                     

                                          

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